प्रारंभिक आधुनिक यूरोप में सांस्कृतिक परिवर्तन-II UNIT 2 CHAPTER 3 SEMESTER 4 THEORY NOTES साहित्यिक प्रवृत्ति : दांते से शेक्सपियर तक History DU.SOL.DU NEP COURSES
0Eklavya Snatakजनवरी 11, 2025
परिचय
प्रबोधन और प्राकृतवाद के दौरान साहित्यिक विकास ने मानवतावाद को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रिंटिंग प्रेस के आविष्कार ने नए विचारों के प्रसार और साक्षरता में वृद्धि को प्रोत्साहित किया। इस युग में, पुस्तकें और लेखन अधिक प्रचलित हुए, जिससे बौद्धिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रगति में योगदान मिला। न्यूटन, मैकियावेली, और लूथर जैसे लेखकों की कृतियों ने साझा सांस्कृतिक धरोहर और नए विचारों को प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दांते से शेक्सपियर तक: साहित्यिक रुझान
दांते और शेक्सपियर का प्रभाव: टी. एस. एलियट ने कहा कि "दांते और शेक्सपियर ने दुनिया को अपने बीच बाँट लिया।" दोनों ने साहित्यिक शैलियों, कल्पना, और भाषाई अलंकरण को गहराई से प्रभावित किया।
यूरोपीय साहित्य की प्रगति: मध्यकाल और प्रारंभिक आधुनिक युग में कविता, गद्य, और कला में प्रगति हुई। प्रबोधन और पुनर्जागरण ने साक्षरता और शिक्षा को बढ़ावा दिया।
पुनर्जागरण का प्रभाव: पुनर्जागरण में तर्क, अलंकार, और इतिहास पर जोर दिया गया, जिससे शिक्षा को मानव विकास का साधन माना गया।
साहित्यिक शैलियाँ और काव्य: शेक्सपियरियन सॉनेट्स और मैकियावेली के द प्रिंस जैसे ग्रंथ प्रसिद्ध हुए। शेक्सपियर, बेन जॉनसन, और मार्लो जैसे नाटककारों ने सार्वजनिक थिएटर को लोकप्रिय बनाया।
1. शेक्सपियर पर दांते का प्रभाव
दांते और उनकी रचनात्मक धरोहर:दांते (1265-1321) इतालवी साहित्य के जनक और सांस्कृतिक एकता के प्रतीक माने जाते हैं।
उनकी कृति डिवाइन कॉमेडी ने यूरोपीय साहित्य में नया युग शुरू किया, जिसमें उनकी विशिष्ट टेर्जा रीमा (ABA BCB की तुकांत योजना) ने कविता में नवाचार प्रस्तुत किया।
दांते के लेखन ने समाज, धर्म और मानवता के मुद्दों पर गहराई से टिप्पणी की। उनके कार्यों में चर्च की आलोचना, इटली के राजनीतिक संघर्ष, और मानवीय स्थिति पर विचार शामिल थे।
उनकी भाषा और शैली ने इटालियन भाषा को मानकीकृत करने में मदद की और साहित्य के माध्यम से सांस्कृतिक पहचान को मजबूत किया।
2.दांते का शेक्सपियर पर प्रभाव
कथानक की गहराई और मानव स्वभाव की समझ: दांते की तरह, शेक्सपियर ने भी मानवीय भावनाओं और जटिलताओं को गहराई से चित्रित किया। डिवाइन कॉमेडी के पात्रों की गहन मनोवैज्ञानिक जांच ने शेक्सपियर को अपने नाटकों के पात्रों के निर्माण में प्रेरित किया।
भाषाई और काव्यात्मक नवाचार: दांते की तुकांत योजना और उनकी भाषा का प्रयोग शेक्सपियर की अलंकारिक शैली और जटिल रूपकों पर स्पष्ट प्रभाव डालता है।
मानवीय कमजोरियों की पड़ताल: दांते ने अपने समय के सामाजिक और नैतिक मुद्दों को संबोधित किया, जैसे कि भ्रष्टाचार और धर्म का उपयोग। इसी तरह, शेक्सपियर ने अपने नाटकों, जैसे हैमलेट और मैकबेथ, में मानवीय कमजोरी और नैतिकता पर ध्यान केंद्रित किया।
यथार्थवाद और कल्पना का मिश्रण: दांते की अलौकिक दुनिया और यथार्थवादी संदर्भों का मिश्रण शेक्सपियर की कल्पनाशील दुनिया के निर्माण में परिलक्षित होता है।
सांस्कृतिक प्रभाव और पहचान: जैसे दांते ने इटालियन साहित्य को एक पहचान दी, वैसे ही शेक्सपियर ने अंग्रेजी साहित्य और भाषा को समृद्ध किया। दोनों के कार्यों ने साहित्य को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई।