परिचय
पंजाब, अफगानिस्तान और गंगा के मैदानों के बीच स्थित, दक्षिण एशिया के ऐतिहासिक राज्य निर्माण में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है। 16वीं-17वीं शताब्दी में यह सिखों, अफगानों, और मुगलों के बीच जटिल गतिशीलता का केंद्र बना। बाबर की 1526 ई. की विजय से पहले यह व्यापारिक मार्गों का प्रमुख केंद्र था। मुगल काल में पंजाब की "बारों" को कृषि भूमि में बदला गया, जिससे यहाँ सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक बदलाव आए। 15वीं शताब्दी के अंत में सिख धर्म का उदय हुआ, जो गुरु नानक से शुरू होकर गुरु गोबिंद सिंह और गुरु ग्रंथ साहिब तक विकसित हुआ।
सिख साम्राज्य का उद्भव और विस्तार
1. सिख धर्म का उदय