B.A Political Science Hons- Unit- 2 ( चुनावी प्रणाली ) Semester- 4

Political institutions and process in comparative world Important Questions Sol Du Ncweb


ba- political- science- hons- unit- 2- chunave pranale


चुनाव क्या है? चुनाव के कार्यों का वर्णन कीजिए।

चुनाव वोट के माध्यम से किसी कार्यालय या पद के लिए चुनने की प्रक्रिया है। चुनाव लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। इसके द्वारा जनता अपने प्रतिनिधि का चयन करती है। राजनीतिक प्रतिनिधित्व के लिए चुनाव एक आवश्यक शर्त है।

चुनाव का महत्व

राजनेताओं की भर्ती का प्रमुख स्त्रोत। जनता की मांगों को सरकार तक पहुंचाया जाता है। चुनाव सरकार को कट्टरपंथी और अलोकप्रिय बनने से रोकती है। जनता की सक्रिय भागीदारी को सुनिश्चित करते हैं। नीति को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं।


प्रतिनिधित्व क्या है ?

प्रतिनिधित्व लोगों की एक बड़ी इकाई की ओर से कानूनी रूप से खड़े होने की का कार्य है। एक व्यक्ति या समूह लोगों की एक बड़े निकाय के लिए खड़ा होता है प्रतिनिधित्व लोगों के विचारों को स्पष्ट करते हैं और उनके हितों की रक्षा करते हैं बीसवीं शताब्दी में सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के माध्यम से सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रतिनिधित्व प्रणाली को शुरू किया गया


महिलाओं की चुनावी भागीदारी पर एक लेख लिखिए

ऐतिहासिक रूप से महिलाओं को चुनावी प्रक्रियाओं से बाहर रखा गया है। महिलाओं के मताधिकार की प्रगति देर से और धीमी रही है। महिलाओं को वोट का अधिकार इंग्लैंड अमेरिका फ्रांस में आंदोलनों के परिणाम स्वरूप मेला। महिलाओं को पहली बार मताधिकार 1854 में न्यूजीलैंड में प्राप्त था नॉर्वे और फिनलैंड ने 1914 में महिलाओं को अधिकार दिया। दुनियाभर में विधायक का लिंग आधारित है विकासशील देशों में महिलाओं की चुनावी भागीदारी को सुनिश्चित किया जाना अभी बाकी है। दुनिया भर में चुनावों और सांसदों में महिलाओं को कम प्रतिनिधित्व दिया जाता है


चुनावी प्रणाली क्या है? विभिन्न प्रणालियों की चर्चा कीजिए।

चुनावी प्रणाली विभिन्न नियमों का एक समूह है यह चुनावों के संचालन को नियंत्रित करता है इसमें वोटों को सीटों में बदलने की प्रक्रिया शामिल है


चुनाव प्रणाल

First Past The Post System 

सरल बहुमत प्रणाली निर्वाचन की एक मुख्य प्रणाली है। सर्वाधिक मत प्राप्त करने वाले प्रत्याशी को विजयी मन जाता है । साधारण भाषा मे जो सबसे आगे वही जीता भी कहा जाता है। चुनावी दौड़ मे जो व्यक्ति सबसे पहले फिनिशिंग पॉइंट पर पहुंचता है वही विजयी होता है। इस पद्धति मे पूरे देश को छोटी छोटी निर्वाचन इकाई मे बाँट दिया जाता है जिसे निर्वाचन क्षेत्र कहा जाता है। हर निर्वाचन क्षेत्र से केवल एक प्रतिनिधि चुना जाता है। भारत मे विधान परिषद राज्यसभा उपराष्ट्रपति व राष्ट्रपति के चुनाव को छोड़ कर सभी अन्य चुनाव इस पद्धति पर होते है।   


आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली 

चुनाव के बाद प्रत्येक राजनीतिक दल को उसी रूप मे संसद मे भेजा जाता है जिस जिस अनुपात मे उसे वोट मिले है। प्रत्येक राजनीतिक दल चुनाव से पहले अपने प्रत्यशीयों की एक प्राथमिक सूची बना लेता है। जितनी सीट का कोटा उन्हे दिया जाता है उतने प्रत्याशी को चुन लिया जाता है। इस प्रणाली मे किसी राजनीतिक दल को उतने ही प्रतिशत सीट मिलती है जीतने प्रतिशत उन्हे मत प्राप्त होते है। किसी निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि वास्तव मे राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि होते है। किसी बड़े भौगोलिक क्षेत्र को ही एक निर्वाचन क्षेत्र मान लिया जाता है। मतदाता किसी राजनीतिक दल को वोट देता है ना की प्रत्याशी को। 










एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.