BHDLA- 137 ( आंगिक भाषा और संप्रेषण ) Unit- 3 हिंदी भाषा सम्प्रेषण कौशल

BHDLA- 137 ( आंगिक भाषा और संप्रेषण ) Unit- 3 हिंदी भाषा सम्प्रेषण कौशल

Subject- IGNOU- BAG- 2nd year 


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परिचय

आंगिक संप्रेषण वह होता है जिसमें मनुष्य हाव- भाव अर्थात शारीरिक चेष्टाओ से अपने विचारों को प्रकट करता है हाव- भाव के अंदर मनुष्य 'हां' में सिर हिलाना, हाथ से इशारे करना आदि चीजें शामिल होती है।आंगिक संप्रेषण की जानकारी का हमारे दैनिक जीवन में बहुत उपयोग और महत्व भी है इस तरह से हम दूसरों के आंगिक संप्रेषण की जानकारी से उनकी स्थिति को आसानी से समझ सकते हैं जैसे गुस्से में आंख लाल होना ( व्यक्ति गुस्से में है ) इससे हम अपने व्यवहार को उनके प्रति बदल सकते हैं।

हाव-भाव

मौखिक अभिव्यक्ति के साथ- साथ संप्रेषण के लिए व्यक्त करने वाली आंगिक चेष्टाएं हाव - भाव ( Gestures ) कहलाती है जैसे की चुप रहने के लिए कहने के साथ मुंह पर उंगली रखना कभी - कभी कुछ कहने से अच्छा माध्यम हाव- भाव हो सकता है जैसे कि पास आने के लिए उंगलियों का संकेत

हाव-भाव के प्रकार्य

संदेश के आंगिक प्रतिरूप के रूप में संप्रेषण पुष्ट करते हैं जैसे- दौड़ कर आओ के लिए उंगलियों का संकेत करना। मौखिक भाषा के स्थान पर इशारे भी कर सकते हैं जैसे दोनों हाथ जोड़कर अभिवादन करना ' नमस्कार करना ' संकेतों के कारण कई बात को अच्छी तरह समझाया जा सकता है जैसे कि रास्ता दिखाते समय दिशा की ओर संकेत करना।

आंगिक भाषा ( Body langauge )

आंगिक भाषा आंगिक संप्रेषण का महत्वपूर्ण पक्ष है इसके अंदर अपने विचारों को शब्दों के साथ- साथ शारीरिक चेष्टाओं द्वारा भी व्यक्त किया जाता है जैसे कि अत्यधिक क्रोध आने पर आंखें लाल हो जाना और चेहरे की मांसपेशियां का तन जाना ऐसी स्थिति में हम बिना कुछ कहे ही समझ जाते हैं की क्या स्थिति है

शारीरिक स्थितियां

अंगिका भाषा में वक्ता और श्रोता दोनों अपने विचारों को एक दूसरे के प्रति आदान प्रदान कर सकते हैं अगर दोनों पहले से ही एक दूसरे को जानते हैं और दोनों में घनिष्ठ संबंध है तो इसके अंदर इशारे में बात कर सकते हैं जैसे कि हाथ दिखा दोनों व्यक्ति अगर एक दूसरे के जानकार है तो वे आपस में अपने विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं इसके अंदर चेहरे के भाव को देखकर उस समय की स्थिति को समझा जा सकता है।

आंगिक संप्रेषण और भाषा

आंगिक संप्रेषण हाव- भाव ( Gestures ) और अंगिका भाषा ( body language ) द्वारा भी किया जा सकता है। इसमें मौखिक भाषा के साथ दोनों रूपों का प्रयोग किया जा सकता है उदाहरण के लिए किसी को नमस्कार करने के लिए हाथ- जोड़ सकते हैं साथ ही शरीर को भी आधा झुका सकते हैं।


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