BHDLA- 137 ( संप्रेषण के विविध रूप ) Unit- 4 हिंदी भाषा सम्प्रेषण कौशल
Subject- IGNOU- BAG- 2nd year
परिचय
मनुष्य के अलावा भी अन्य प्राणियों में भी संप्रेषण के लिए अलग- अलग रूप है मानव में बोलने की क्षमता तथा लिखने की क्षमता विकसित होने से संप्रेषण में क्रांति आई है इंटरनेट की वजह से संप्रेषण में और तेजी से विकास हुआ।
संप्रेषण के विविध रूपों का परिचय
मानव संसार के विकास के साथ- साथ संप्रेषण के अनेक रूप भी विकसित हुए इसी कारण से बोलने वाली भाषा का विकास हुआ तथा लिखने वाली भाषा का विकास हुआ और आज कंप्यूटर की भाषा तक हम पहुंच चुके हैं
साक्षात्कार